हे का करु बालम का गोइयां मै -२
हाँ......हे का करू बालम का गोइयाँ -2
गोइयाँ का.........
हाँ......हे का करू बालम का गोइयाँ -2
गोइयाँ का.........
कबो ना मेहंदी हांथ लगायो कबो ना गूंथ्यो केसा।
कबो ना मोतिन मांग भरायो कबो ना सोयों सेजा ।।
गोइयाँ का.........
सावन मेहँदी हाँथ लगाया भादौ गुठ्यो केसा।
सावन मेहँदी हाँथ लगाया भादौ गुठ्यो केसा।
क्वार मास मा मांग भरायो कतिक सोयो सेजा।।
गोइयाँ का.........
गोइयाँ का.........
आम से मीठी ईमली गुर से मीठी खांड।
सबसे मीठी वहीं चिजुनिया जहिमा बसे प्राण।।
गोइयाँ का.........
आम पके मऊहा गदराने नेबुअन आयो रेसा।
जब नेबुअन मा रस भरि आयो सैयां चले परदेसा।।
गोइयाँ का.........
निर्देशक ; श्री राजेंद्र बहादुर सिंह ,श्री राजेंद्र सिंह (विषधर )
लेखक; शरद सिंह
गोइयाँ का.........
निर्देशक ; श्री राजेंद्र बहादुर सिंह ,श्री राजेंद्र सिंह (विषधर )
लेखक; शरद सिंह