सचमुच खेल लियो मैदाना -२
हाँ......... हो खेल लियो मैंदाना -2
सचमुच खेल लियो.......
हे बांका फ़री प्रेम का गदका फेंक बरीठी बाना।
हे कड़ा बीनकर मटका पर सोहै माया मोह निशाना।।
सचमुच खेल लियो.......
हे राम की रंजक प्रेम की पेटी भरे बारूद खजाना।
हे भरि भरि तोप धड़ाका मारै जीतै मुल्क बिराना।।
सचमुच खेल लियो.......
हीरा कहै सुनो शिवगोविंद ग्वालवंश मस्ताना।
हे अमरलोक मा डेरा कीन्हा सतगुरु हना निशाना।।
सचमुच खेल लियो.......
निर्देशक ; श्री राजेंद्र बहादुर सिंह ,श्री राजेंद्र सिंह (विषधर )
लेखक; शरद सिंह
हाँ......... हो खेल लियो मैंदाना -2
सचमुच खेल लियो.......
हे बांका फ़री प्रेम का गदका फेंक बरीठी बाना।
हे कड़ा बीनकर मटका पर सोहै माया मोह निशाना।।
सचमुच खेल लियो.......
हे राम की रंजक प्रेम की पेटी भरे बारूद खजाना।
हे भरि भरि तोप धड़ाका मारै जीतै मुल्क बिराना।।
सचमुच खेल लियो.......
हीरा कहै सुनो शिवगोविंद ग्वालवंश मस्ताना।
हे अमरलोक मा डेरा कीन्हा सतगुरु हना निशाना।।
सचमुच खेल लियो.......
निर्देशक ; श्री राजेंद्र बहादुर सिंह ,श्री राजेंद्र सिंह (विषधर )
लेखक; शरद सिंह