रघुबर चढ़ि आये चेत पिया -2
हाँ....... हो चेत पिया हो चेत पिया -२
रघुबर चढ़ि........
हे पहिली बार पवनसुत आये -२
हो लंका जारि खाख किया -2
रघुबर चढ़ि......
दूसरी बार बालि सुत आये -2
हो सेतु बाँधि चढ़ि आयो पिया -2
रघुबर चढ़ि........
नल और नील राम के पायक -२
हो सेतु बाँधि तैयार किया -२
रघुबर चढ़ि........
कहै मंदोदरि सुन पिया रावण -2
काहे हरि से बैर किया -२
रघुबर चढ़ि........
निर्देशक ; श्री राजेंद्र बहादुर सिंह ,श्री राजेंद्र सिंह (विषधर )
लेखक; शरद सिंह