नंद के जोगी दुआरे आयो
नंद के जोगी दुआरे आयो Nand ke jogi duware aayo
नंद के जोगी दुआरे आयो (२) हां.... सब अंग रे सब अंगा, सब अंग भभूति लगायो... नंद के......... गढ़ पर्वत से चलो दिगंबर, गोकुल नगरी आ…
नंद के जोगी दुआरे आयो (२) हां.... सब अंग रे सब अंगा, सब अंग भभूति लगायो... नंद के......... गढ़ पर्वत से चलो दिगंबर, गोकुल नगरी आ…
मुरली न बजायो श्याम नंदलला -2 हाँ हाँ. ...... हो नंदलाला हो नंदलाला मुरली........ कै बाजै मुरली कन्हैया -2 हो कै सुर बाज…