हमसे न बोलेव हँसि के कान्हा -२
हाँ.... हो हमसे बना बोल्यो हसिके -2
कान्हा हमसे न बोल्यो.......
रेजा रेजा भयो करेजा औषधि लायो घसि के।
जो कोउ लावै श्याम वैध का तौ उठि बैठे हँसि के।।
कान्हा हमसे न .........
हाँ.... हो हमसे बना बोल्यो हसिके -2
कान्हा हमसे न बोल्यो.......
रेजा रेजा भयो करेजा औषधि लायो घसि के।
जो कोउ लावै श्याम वैध का तौ उठि बैठे हँसि के।।
कान्हा हमसे न .........
मै यमुना जल भरन जात रह्यो सिर पर गागर धरिके।
बीच डगर मा बहियाँ मरोरे राधा राधा कहिके।।
कान्हा हमसे न .........
जमुना किनारे गउवै चरावै मुख पर मुरली धरिकै।
मुरली के भीतर गारी देत है मानौ कालिया डसिके।।
कान्हा हमसे न .........
सूनी सेज नींद नहि आवै मै व्याकुल तन मन से।
सूर श्याम पतियो न पठायो काह कहौ ब्रज बसि के।।
कान्हा हमसे न........
निर्देशक ; श्री राजेंद्र बहादुर सिंह ,श्री राजेंद्र सिंह (विषधर )
लेखक; शरद सिंह
जमुना किनारे गउवै चरावै मुख पर मुरली धरिकै।
मुरली के भीतर गारी देत है मानौ कालिया डसिके।।
कान्हा हमसे न .........
सूनी सेज नींद नहि आवै मै व्याकुल तन मन से।
सूर श्याम पतियो न पठायो काह कहौ ब्रज बसि के।।
कान्हा हमसे न........
निर्देशक ; श्री राजेंद्र बहादुर सिंह ,श्री राजेंद्र सिंह (विषधर )
लेखक; शरद सिंह