राना भयो मर्दाना अवध मा -2
हां.... हे राना भयो मर्दाना -2
अवध मा .......…
पहिलि लड़ाई भय बक्शर मा सेमरी के मैदाना।
उहां से आए के पुरवा जीतेव तबै लॉर्ड घबराना।।
अवध मा......
नक्की मिले मान सिंह मिलिगे मिले सुदर्शन काना।
राना साहेब कबहू ना मिलिहैं चही सीस उडि जाना।।
अवध मा......
राना बहादुर शंकर गढ़ का घोड़ा चलै मन माना।
खैची सिरोही बगल मा तेगा उत्तर जाएं समाना।।
अवध मा.....
भाई बन्धु सबको बुलवाया सबसे कीन सलामा।
तुम तो जाए अंग्रेजन मिलि गयो हमका है भगवाना ।।
अवध मा.....
निर्देशक ; श्री राजेंद्र बहादुर सिंह ,श्री राजेंद्र सिंह (विषधर )
लेखक; शरद सिंह